मामी (MAMI) के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म कुम्भ में स्नान : डेविड रसेल की फिल्म 'सिल्वर लाइनिंग'

मामी (MAMI)   के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म कुम्भ में स्नान : डेविड रसेल की फिल्म  'सिल्वर लाइनिंग' 

मुंबई 18.10.2012.

मुंबई अकादमी आफ मूविंग इमेजेज (MAMI) का आज से वार्षिक फिल्म कुम्भ यहाँ शुरू हो गया . उत्सव की शुरुआत अमेरिकी फिल्म 'सिल्वर लाइनिंग प्लेबुक'  से हुई .

फिल्म को इस वर्ष  टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में जन रूचि श्रेणी में पुरस्कृत किया जा चुका  है . MAMI की शुरुआत इस फिल्म से हुई .

फिल्म देखा जाय तो पूरी तरह से  निदेशक डेविड रसेल की फिल्म है .उन्होंने एक मानसिक रोगी को भावनात्मक समर्थन  के जरिए सामान्य जीवन में वापस लौटने के जटिल विषय  को सहज तरीके से प्रस्तुत किया है . अमेरिकी लोगों का पास्ट टाइम  फुटबाल और डांस है, खास तौर पर फुटबाल का क्रेज तो हिन्दुस्तानी क्रिकेट क्रेज से भी बढ़ चढ़ कर है .इस क्रेज को जरा मनोरंजक अंदाज में पेश करके जटिल विषय वस्तु को सर्व ग्राह बनाने की कोशिश की है .   

फिल्म के मुख्य पात्र  पैट सोलितियो (ब्रेड कूपर ) की जिन्दगी अचानक बिगड़ जाती है , वह अपनी पत्नी को किसी दूसरे व्यक्ति  के साथ कम्प्रोमाइजिंग स्थिति में देख कर अपना आप खो बैठता है, इसी के साथ उसकी नौकरी, घर और बीबी  सब चले जाते हैं मानसिक रूप से विक्षिप्त अवस्था में वह अपने माता पिता (जैकी वेवर और राबर्ट दे नीरो ) के घर आ जाता है . हालांकि पत्नी ने वेवफाई की है फिर भी वह उस से वापस जुड़ना चाहता  है . माता पिता चाहते हैं कि वह वापस सामन्य जीवन जीये,   और परिवार के फ़िलेडैल्फ़िया ईगल्स फ़ुटबाल क्लुब के साथ प्रेम को साझा करे . अनुपम  खेर इस फिल्म में पैट का चिकित्सक बना है।

इसी बीच पैट  को टिफिनी (जेनिफर लारेंस ) मिलती है . टिफिनी की जिन्दगी में भी अपनी समस्याएँ हैं , पर  उसके जीवन की दिशा को ही बदल देती है .

अभिनय  की द्रष्टी से जेनिफर, ब्रेड, राबर्ट, हैकी खूब जमे हैं . डायलाग का अगर हिंदी में अनुवाद किया जाय तो अधिकांश दर्शक देवा ओ देवा ही करेंगे . लेकिन फिल्म एक आम आदमी को जीवन की सार्थकता और सकारात्मकता के बारे में सन्देश देती है .
निदेशक डेविड ओवेन रसेल ने स्वयं पटकथा भी लिखी है जो काफी चुस्त है और कहानी को स्वाभाविक गति प्रदान करती है .
            

POPULAR POSTS

Blog Archive