पर्व है यह दीप का, राष्ट्र का चिंतन करें
पहले अपने देश की माटी का वंदन करें .
देख लें कि अपने देश का क्या हाल है
जाति भाषा धर्म में बंटते हुए बदहाल है .
राजनीति धर्म नहीं अब यहाँ व्यवसाय है
आम व्यक्ति के लिए दुर्लभ हुआ न्याय है .
कोयले की हो या फिर लोहे की खदाने
भर रही हैं सीधे स्विस बैंकों के खजाने .
शिक्षा देने की महारत अब तिजारत बनी
शिक्षण की दुकाने गली मोहल्लों में खुलीं .
स्वास्थ सेवाओं का तो और बुरा हाल है
बीमार होना जेब और जी का जंजाल है .
है नहीं कोई क्षेत्र जिसमे कुछ भी सामान्य हो
तंत्र ऐसा चाहिए जिसमे सभी को न्याय हो .
भ्रष्ट लोगों को सजा हो अपराधी डर कर रहें
आम व्यक्ति समाज में निर्भय हो कर रहें .
नेक बन्दों को राजनीति में ले कर आइये
वोट की ताकत को समझें वोट देने जाइये .
दें बढ़ावा उन सभी को जो समर्पित देश को
दूर रखें जो जात प्रान्त धर्म के क्लेश को .
देश जागेगा तभी जब आप जागेंगे जभी
इसलिए प्रारंभ कर दें देश का चिंतन अभी .
राष्ट्र का गौरव बढेगा गौरवान्वित होंगे सभी
विश्व भर में देश की धाक मानेंगे तभी ..............
पहले अपने देश की माटी का वंदन करें .
देख लें कि अपने देश का क्या हाल है
जाति भाषा धर्म में बंटते हुए बदहाल है .
राजनीति धर्म नहीं अब यहाँ व्यवसाय है
आम व्यक्ति के लिए दुर्लभ हुआ न्याय है .
कोयले की हो या फिर लोहे की खदाने
भर रही हैं सीधे स्विस बैंकों के खजाने .
शिक्षा देने की महारत अब तिजारत बनी
शिक्षण की दुकाने गली मोहल्लों में खुलीं .
स्वास्थ सेवाओं का तो और बुरा हाल है
बीमार होना जेब और जी का जंजाल है .
है नहीं कोई क्षेत्र जिसमे कुछ भी सामान्य हो
तंत्र ऐसा चाहिए जिसमे सभी को न्याय हो .
भ्रष्ट लोगों को सजा हो अपराधी डर कर रहें
आम व्यक्ति समाज में निर्भय हो कर रहें .
नेक बन्दों को राजनीति में ले कर आइये
वोट की ताकत को समझें वोट देने जाइये .
दें बढ़ावा उन सभी को जो समर्पित देश को
दूर रखें जो जात प्रान्त धर्म के क्लेश को .
देश जागेगा तभी जब आप जागेंगे जभी
इसलिए प्रारंभ कर दें देश का चिंतन अभी .
राष्ट्र का गौरव बढेगा गौरवान्वित होंगे सभी
विश्व भर में देश की धाक मानेंगे तभी ..............